( अगर समय रहते उसे इलाज मिल जाता तो शायद कारोबारी की जान ना जाती)

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प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलती तीस्वीरें अक्सर सामने आती हैं। अमूमन ये तस्वीरें पहाड़ों से सामने आती हैं लेकिन आज जो खबर सामने आई है वो हल्द्वानी से सामने आई है। यहां एक कारोबारी की ओपीडी के बाहर अपनी बारी के आने का इंतजार करते-करते ही मौत हो गई। इस खबर ने पूरे प्रदेश में पहाड़ से लेकर बड़े शहरों तक स्वास्थ्य सिस्टम की बदहाली की पोल खोल कर रख दी है।

गत दिवस को सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) ओपीडी के बाहर अपनी बारी का इंतजार करते हुए एक कारोबारी की मौत हो गई। अगर समय रहते उसे इलाज मिल जाता तो शायद कारोबारी की जान ना जाती। बताया जा रहा है कि कारोबारी की मौत हार्ट अटैक आने से हुई है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया है।डॉक्टर को दिखाने के लिए अपनी बारी का कर रहे थे इंतजारमिली जानकारी के मुताबिक गुरदीप गुलाटी (57) निवासी हल्द्वानी आवास विकास की तिकोनिया पर टायर की दुकान है। सोमवार की अचानक उनकी तहबीयत खराब हुई। जिसके बाद वो पास के निजी चिकित्सक से दवा ले कर आए। लेकिन दवा से आराम ना मिलने के कारण वो अकेले ही एसटीएच खुद को दिखाने के लिए गए। यहां ओपीडी के बाहर वो खुद को दिखाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। लेकिन वहीं पर ही उनकी मौत हो गई।घटना के बाद से परिजनों में कोहरामगुरदीप गुलाटी के ओपीडी के बाहर बेसुध होने पर आस-पास मौजूद लोगों ने इसकी जानकारी डॉक्टरों को दी। जांच में मौत की पुष्टि होने पर डॉक्टरों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन व्यापारी की पहचान ना हो पाने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। देर शाम तक शव की शिनाख्त की गई। जिसके बाद घटना की जानकारी परिजनों को दी गई। मंगलवार को शव का पोस्टमार्ट करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। इस घटना के बाद से परिजनों में कोहरमा मच गया है

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