उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव एसके दास का गुड़गांव में एक अस्पताल में निधन हो चुका है। स्वर्गीय दास 1980 से लेकर 1982तक अल्मोड़ा के जिलाधिकारी भी रहे थे। नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया कि स्व दास नेअपने कार्यकाल में तत्कालीन जिला अल्मोड़ा के कपकोट तथा अन्य दूरस्थ इलाकों के ग्रामीण अंचलों का दौरा किया गया। पहाड़ की वास्तु शिल्प को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने काफी प्रयत्न किया।

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इतिहास तथा पौराणिक चीजों में उनकी काफी रुचि रही। जिलाधिकारी के रूप में अल्मोड़ा में उनका कार्यकाल बहुत अच्छे ,लोकप्रिय अधिकारी के रूप में जाना जाता है।

जोशी ने कहा मैंने कुछ ही दिन पूर्व उनसे मुलाकात की थी तथा उन्होंने अल्मोड़ा में बिताए हुए पुराने दिनों को काफी याद किया तथा तत्कालीन प्रमुख लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त की थी। लगभग एक डेढ़ वर्ष पूर्व वे जब जीबी पंत इंस्टिट्यूट में आए थे तब नगर पालिका में नगर पालिका में आकर उन्होंने यहां के वरिष्ठ लोगों एवं पत्रकारों से मुलाकात की थी।

कुछ ही दिन पूर्व जब पालिकाध्यक्ष जोशी कीमुलाकात उनसे हुई थी तब भी वह अल्मोड़ा के बारे में चिंतित थे। उनका मानना था कि अल्मोड़ा की पटाल बाजार को पूर्व की तरह बनाकर संरक्षित किया जाना चाहिए।

यह बाजार हमारी पुरानी संस्कृति को दर्शाता है इसलिए इसका संरक्षण उसी प्रकार किया जाना चाहिए।उनका कहना था कि पटाल अल्मोड़ा की हैरिटेज का महत्व पूर्ण हिस्सा है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने कहाआज उनके विदा होने का अत्यंत दुखद समाचार मिला है।

हमारी कामना है कि भगवान उनकी आत्मा कोअपने श्री चरणों में स्थान देवें।संलग्न फोटो मे स्वर्गीय सुरजीत किशोर दास (एस के दास) जिलाधिकारी के रूप में काला कोट पहने हुए हैं। स्व दास का अंतिम संस्कार कल हरिद्वार में किया जायेगा।

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