अल्मोड़ा – उत्तराखंड प्रदेश का अपना पौराणिक और आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व रहा है। यह प्रदेश रहस्यों से भरा हुआ है यहां जिस तरफ देखे कोई ना कोई रहस्य देखने को मिलतते है। इसी प्रकार के रहस्यों से भरी एक गुफा उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद के चौखुटिया ब्लॉक में, ऊंचावाहन गांव में स्थित है।
इस गुफा में एक बहुत बड़ी चट्टान है और उसे पीटने पर चट्टान से बर्तन की आवाज आती है। जो अपने आप में बहुत बड़े रहस्य को बयां करता है।
पौराणिक प्रचलित किवदंती के अनुसार यह माना जाता है कि पांडव अपने अज्ञातवास के समय में इस पत्थर की गुफा के पास ही ठहरे थे तथा अपने हथियारों को इस पत्थर पर घिसकर उसकी धार को तेज किया करते थे इसीके फलस्वरुप इस पत्थर पर भी यह धात्विक गुण उत्पन्न हो गया। जिससे इस पत्थर पर हाथ के किसी अन्य चीज के थपथपाने से एक विशेष प्रकार की ध्वनि उत्पन्न होती है जैसे कोई ताली को थपथपा रहा हो । इसलिए इस पत्थर की गुफा को थकुली यानी की थाली की आवाज आने की वजह से थकुली उडीयार के नाम से जाना जाने लगा।
गांव के पूर्व प्रधान एवं समाजसेवी शंकर सिंह बिष्ट के द्वारा इस स्थल को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। उन्हीं की मेहनत का नतीजा है कि यह वीरान पड़ी पहाड़ी आज पर्यटकों को अपने रहस्य को जानने के लिए आमंत्रित कर रही है इस पूरी पहाड़ी में अनेकों ओखलियां भी देखने को मिलेगी जिससे इसकी प्राचीनता का एहसास होना लाजमी है।
ग्रामवासी इस पर्यटन स्थल को और अधिक प्रचारित एवं प्रसारित करने के लिए पर्यटन विभाग की ओर टकटकी लगाए बैठे है। जिससे यह पर्यटन स्थल और अधिक विकसित हो सके और उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए एक मुख्य आकर्षण केंद्र बन सके।