( उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने बैठक कर यह प्रस्ताव पारित किया।, गैरसैंण स्थायी राजधानी,मूल निवास, सशक्त भू कानून सहित राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हिकरण व पेंशन बीस हजार करने की मांग प्रमुख)
उत्तराखंड राज्यआंदोलनकारियों ने बीस हजार रूपये मासिक पैंशन दिये जाने, चिन्हीकरण, आश्रितों को पैंशन, क्षैतिज आरक्षण हेतु शीघ्र प्रमाण पत्र जारी किए जाने सहित विभिन्न मांगों के लिए गांधी पार्क अल्मोड़ा में धरना दिया।
राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि जन भावना के अनुरूप शीघ्र गैरसैण को राजधानी घोषित किया जाय , मूल निवास तथा शीघ्र सशक्त भू कानून लागू किया जाय , जब से मुख्यमंत्री ने राज्य में भूकानून लागू करने का शिगूफा छेड़ा है तब से बाहरी लोगों द्वारा भूमि खरीदने की बाढ़ सी आ गई है उन्हें आशंका है कि भूकानून की घोषणा कहीं सरकार की शीघ्र धन बंटोरने मंशा से तो नहीं की गयी है।
राज्य आंदोलनकारियों ने कहा राज्य आंदोलनकारी 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के सरकारी कार्यक्रम में भागीदारी न कर अपने स्तर से स्थापना दिवस मनायेंगे तथा उत्तराखंड की मूलभूत समस्याओं के लिए आंदोलन की रणनीति तैयार करैंगे।
धरने मे ब्रह्मानंद डालाकोटी, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट महेश परिहार, शिवराज बनौला, बसन्त बल्लभ जोशी, बहादुर राम, सुन्दर सिंह, गोपाल सिंह बनौला, विशम्भर पेटशाली, दिनेश चन्द्र शर्मा, मोहन सिंह भैसोड़ा, पान सिंह, तारा दत्त तिवारी ,कैलाश राम, गोविन्द राम, दौलत सिंह बगडवाल, सुशील चन्द्र ,तारा दत्त भट्ट ,जीवन चन्द्र उप्रेती, हेम चन्द्र जोशी, कृष्ण चन्द्र डालाकोटी दीवान सिंह गोपाल सिंह सहित अनेको लोग उपस्थित थे!