ठंड ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। सुबह शाम गिर रहे पाले के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में तापमान माइनस पांच डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।
रात के समय इसमें दो से तीन डिग्री की और गिरावट आई है। जागेश्वर धाम में पौधों पर पड़ी ओस की बूंद जमकर बर्फ में तब्दील हो चुकी है। पौधे शीशे के भीतर बंद नजर आ रहे हैं। धाम के पास बहने वाली जटागंगा नदी का पानी भी किनारों पर जमने लगा है। तापमान माइनस में पहुंचने से नलों में पानी जमने लगा है और पाइप फटने लगे हैं।
ऐसे में यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही पुजारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय हिमालयन पर्यावरण संस्थान, कोसी कटारमल, अल्मोड़ा के निदेशक प्रो. सुनील नौटियाल ने बताया कि जागेश्वर में तापमान में और भी गिरावट आएगी।
पारे का हाल (डिग्री सेल्सियस)जिला अधिकतम न्यूनतम
चंपावत 13 07
पिथौरागढ़ 24.4 9.2
रुद्रपुर 22.1 4.5
अल्मोड़ा 17 04
बागेश्वर 20 05
नैनीताल 13 05