( सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर अल्मोड़ा के इतिहास, संस्कृति,व पुरातत्व विभाग के सौजन्य से आगामी १७ व १८ फरवरी को गणित विभाग सभागार में आयोजित होने वाले अंतराष्ट्रीय सेमिनार की तैयारी पूरी, यह आयोजन अंतराष्ट्रीय स्तर के हिमालय लोक संस्कृति के शोध में सहायक होगा,)।

सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अलमोडा़ परिसर के इतिहास, संस्कृति,व पुरातत्व विभाग द्वारा आगामी १७ व‌ १८ फरवरी को आयोजित होने वाले दो दिवसीय हिमालयी लोक संस्कृति विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार की तैयारियां पूरी कर ली गयी है, यह बात सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अलमोडा़ के कुलपति प्रोफेसर एस पी एस बिष्ट ने आज मिडिया से कहीं ।‌बिष्ट ने बताया कि इस आयोजन में देश‌ विदेश‌ से जुड़े साहित्यकार प्रतिभाग करेंगे, तथा अपने शोध प्रबन्ध का व्याख्यान करेंगे इस आयोजन में दो ‌सौ से अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की सहमति मिल चुकी है।‌प्रोफेसर वी डी एस नेगी विभागाध्यक्ष व संयोजक सेमिनार ने बताया कि इस आयोजन को लेकर चार सौ से अधिक प्रतिभागियों के व्याख्यान का संक्षिप्त परिचय एक पुस्तिका के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। , कुलपति प्रोफेसर एस पी एस बिष्ट ने बताया की इस सेमिनार में हिमालय के विभिन्न आयामों पर चर्चा की जायेगी, जिसमें लोककला, लोक नृत्य, लोकसाहित्य, लोक वास्तुकला, लोक संगीत, लोक परिधान, लोक चित्र कला, लोक औषधि, लोक वाद्य यंत्र, लोक आभूषण, लोक संस्कृति, लोक पूजा अर्चना जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार किया जायेगा।यह आयोजन भविष्य में हिमालय पर शोध करने वालों के लिए दिग्दर्शन करेगा, ।

आज मिडिया से वार्ता करने वालों‌ में कुलपति प्रोफेसर एस पी एस बिष्ट, कार्यक्रम संयोजक प्रो वी डी एस नेगी, डाक्टर गोकुल देवपा आयोजन सचिव, व पूर्व विभागाध्यक्ष हिन्दी प्रोफेसर डी एस पोखरिया (पूर्व निदेशक महादेवी सृजन पीठ,) पूर्व विभागाध्यक्ष अंग्रेजी प्रोफेसर एस ए हामिद सहित अनेक लोगों ने भाग लिया।आयोजन समिति ने बताया इस सेमिनार में,भगत सिंह कोश्यारी पूर्व राज्यपाल महाराष्ट्र (पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड), शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, प्रोफेसर यशोधर मठपाल, प्रोफेसर ईश्वर शरण विश्वकर्मा कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय इतिहास संकलन की गरिमामय उपस्थिति में यह आयोजन किया जा रहा है, अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर एस पी एस बिष्ट द्वारा की जायेगी

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