उत्तराखंड लोक वाहिनी द्वारा आज दिनांक 2 अक्टूबर 2023 को मॉल रोड स्थित वाहिनी कार्यालय में एक श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए उत्तराखंड लोक वाहिनी के महासचिव पूरन चंद्र तिवारी ने 1994 में हुए नरसंहार को मानव त्रासदी बताया. श्री तिवारी ने बताया कि तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार( मुलायम सिंह यादव सरकार) ने कैसे दलबल के साथ इस दुखद घटना को अंजाम दिया। वाहिनी के वरिष्ठ नेता व अधिवक्ता जगत रौतेला ने शहीदों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उत्तराखंड के जननायक और वाहिनी के संस्थापक डा. शमशेर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में जिस उत्तराखंड की मांग और निर्माण की कल्पना की गई थी वह बिल्कुल विरुद्ध नजर आती है ,आंदोलनकारियों के सपनों को शर्मसार करके राष्ट्रीय दल  उत्तराखंड के लोगों का और संसाधनों का दोहन ही कर रहे हैं. जो इस उत्तराखंड निर्माण के खिलाफ थे आज वही सत्ता सुख भोग रहे हैं. श्री रौतेला ने कहा कि उत्तराखंड को आज ठेकेदार खंड बना दिया गया है. वक्ताओं ने महात्मा गांधी की जयंती को याद करते हुए 2 अक्टूबर १९९५ के दिन को इतिहास के पन्नों में एक कलंक बताया और न्याय की मांग की.अंत में श्रीमती रेवती बिष्ट ने मुजफ्फरनगर कांड के शहीदों सहित,महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री को नमन और श्रद्धांजलि अर्पित कर अहिंसा के साथ सद् मार्ग में चलने की बात कही।.सभा में छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष जंग बहादुर थापा, अजयमित्र ,अनीस उद्दीन , अजय मेहता, कुणाल तिवारी, कुंदन सिंह, तरुण नयाल ,सूरज टम्टा आदि उपस्थित वहीं उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने मुज्फफरनगरकाँड को काला दिवस मनाया तथा कहा जारी रहेगा संघर्ष।मुजफ्फरनगर कांड की 29वीं वर्षगांठ पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने गांधी पार्क में काला दिवस मनाते हुए धरना प्रदर्शन किया। राज्य में पिछले 23 वर्षों से राज कर रही सरकारों को इस राज्य के खलनायकों को दंडित न करने के लिए आड़े हाथों लिया और शहीदों के सपनों को साकार करने संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया। प्रातः 8:30 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड के अपराधियों से बड़े खलनायक सत्ता में बैठे वह लोग हैं जिन्होंने इस राज्य को किसी ने किसी बहाने बेचने का काम किया व आज भी कर रहे हैं तथा शहीदों के सपनों के राज्य की जगह इस राज्य में लूट खसोट, सत्ता को दुरुपयोग का साधन बना लिया है जिसके खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। इस दौरान जनगीतों, नारों के साथ हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि खटीमा मसूरी मुजफ्फरनगर जैसे कांडों में शहीद हुए शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग उत्तराखंड राज्य की अस्मिता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। राज्य के प्राकृतिक संसाधन जल जंगल जमीन भूमाफियाओं को सौंप दी गई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की अस्मिता की लड़ाई जारी रहेगी। सभा में केंद्रीय महामंत्री एडवोकेट नारायण राम, केंद्रीय महासचिव नरेश नौडियाल, केंद्रीय उपाध्यक्षा श्रीमती आनंदी वर्मा, किरन आर्या, पान सिंह, देवेंद्र भट्ट, प्रकाश चंद्र, मनोज कुमार पंत, उछास की भावना पांडे, बहादुर सिंह रौतेला, नगर अध्यक्ष हीरा देवी, कमला कार्की, मोहम्मद साकिब, चंद्रमणि भट्ट, रेशमा परवीन, डॉ जे सी दुर्गापाल एम एस नेगी, प्रताप सिंह, चंद्रशेखर सिंह बनकोटी, राजू गि‌री आदि लोग उपस्थित रहे।

Advertisement
Advertisement
Ad Ad Ad
Advertisement
Advertisement
Advertisement