उत्तराखंड में एक शहरों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए परिवहन विभाग ने नया प्लान बनाया है। रोडवेज द्वारा शटल सेवा शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। शटर सेवा के शुरू होने के बाद यात्रियों को वाहनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उदाहरण के रूप में अगर कोई यात्री हल्द्वानी से रुद्रपुर जाता है तो उसे या तो बस का इंतजार करना पड़ता है या फिर छोटे वाहन का, इस तरह की समस्या का हल शटल सेवा के शुरू होने के बाद निकाला जा सकेगा।रोडवेज की रणनीति पर गौर करें तो निजी ऑपरेटरों के जरिए 10 रूटों पर रोडवेज की 72 नई बसों का संचालन होगा। उत्तराखंड रोडवेज की ओर से इंटरसिटी बस योजना 2023-24 के तहत टेंडर मांगे गए हैं। रोडवेज संचालन दीपक जैन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार नई बसों की यह सेवाएं छोटे रूटों के लिए संचालित की जाएगी। इन रूट्स पर सीएनजी की 32 सीटर बसों को प्राथमिकता दी जाएगी।नई बसों के के संचालन हेतु सामान्य आवेदकों को 50 रुपए हजार की सिक्योरिटी तथा वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना के लाभार्थी आवेदकों को 25 हजार सिक्योरिटी जमा करनी होगी। बस आवंटन करने के 90 दिन पश्चात बस स्वामी को बस रोडवेज को उपलब्ध करानी होगी। ऐसा नहीं करने पर 500 रुपए का जुर्माना रोडवेज को देना होगा। विभाग 10 रूटो पर रोडवेज की बसों का संचालन शुरू करेगा। इससे यात्रियों को अब बसों में खाली सीट के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
1.देहरादून-ऋषिकेश-देहरादून 15 बसें
2.देहरादून-रुड़की-देहरादून 10 बसें
3.देहरादून-हरिद्वार-देहरादून 10 बसें
4.देहरादून-हरिद्वार-लक्सर-देहरादून 05 बसे
5.हल्द्वानी-सिडकुल-रुद्रपुर-हल्द्वानी 05 बसें
6.काशीपुर-टनकपुर-काशीपुर 05 बसें
7.हल्द्वानी-चोरगलिया-टनकपुर 05 बसें
8.हरिद्वार-सहारनपुर-हरिद्वार 05 बसें
9.देहरादून-पांवटा-शेरगढ़ 02 बसें
10.देहरादून-सहारनपुर-देहरादून 10 बसें