(अल्मोड़ा में नंदादेवी डोले की भव्य शोभायात्रा नंदा देवी मंदिर, ड्योलीपोखर, मुख्य बाजार से होती हुयी निकाली गयी)

माँ नंदा को बिटिया की तरह विदा किया गया। डोला शोभा यात्रा के साथ निकाली गयीइस विदाई में आस्था स्नेह और विदा करने की भावुकता थी। साथ ही एक उम्मीद भी थी कि माँ फिर अपने भक्तों पर कृपा करने अगले साल पधारेगी।
28 अगस्त से चला आ रहा नंदादेवी महोत्सव माँ नंदा-सुनंदा की विदाई के साथ औपचारिक रूप से पूर्ण हुआ। बुधवार को अपराह्न बाद विधिवत पूजा अर्चना के बाद मंदिर से डोला उठाया गया पिछले तीन दिनों से यहां स्थापित माँ की मूर्तियों के दर्शन और विदाई के लिए हजारों लोग मंदिर में एकत्र थे।मंदिर परिक्रमा के बाद डोला लाला बाजार और बंसल गली मार्ग होते हुए माल रोड पहुँचा और ड्योरीपोखर में भेंट रश्म निभाने के बाद सीढ़ी बाजार मार्ग से मुख्य बाजार पहुँचा और तय पारंपरिक मार्ग होते हुए दुगालखोला की ओर रवाना हुआ जहां विधि विधान के साथ डोले का विसर्जन किया गया। इस दौरान पूरे मार्ग भर में माँ के जयकारे लगते रहे, मंदिर समिति, मेला कमेटी, जनप्रतिनिधियों और भक्तों की टोली पूरी भक्ति भावनाओं के साथ डोला शोभा यात्रा में शामिल रही।


