( मुख्य शिक्षा अधिकारी शिक्षकों का बलिदान चाहते हैं)
मुख्य शिक्षा अधिकारी के अन्याय पूर्ण रवैया,व पेंशन में अनावश्यक कटोतियों को लेकर खफा शिक्षकों ने आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया है। खफा शिक्षकों का कहना है पिछले 3 वर्षों से मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय अलमोडा़ में सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों के साथ अन्याय पूर्ण रवैया हो रहा है जो उत्तराखंड राज्य के अन्य 12 जिलों में नहीं रहा है ।
सेवानिवृत्त शिक्षकों के पेंशन से अवैध रूप से कटौती करके मूल वेतन में 5-6हजार तक प्रतिमाह कम करके पेंशन स्वीकृत की जा रही है । कुछ शिक्षकों को तो 2 -3साल हो गये हो गये और पैन्शन नहीं मिली ।
और वो भी उत्तराखंड के 13 जिलों में से सिर्फ़ अल्मोड़ा जिले में । अशासकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष हीरा सिंह महरा के नेतृत्व में हर स्तर से बात की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इस लिए हम लोग आमरण अनशन पर मजबूर हुए हैं लगता है मुख्य शिक्षा अधिकारी किसी अशासकीय शिक्षक का बलिदान चाहते हैं ।





