( कार्यक्रम के दूसरे दिन जाने माने साहित्यकारों नें व्यंग्य साहित्य पर चर्चा कर अपनी प्रस्तुति की, अलंकार रस्तोगी, पद्म श्री विद्या विंदु सिंह, पंकज प्रसून, ए पी पांडेय, अब्बास रजा नायर, यतेंद्र मिश्रा ने नये दौर‌, का लखनऊ साहित्य पर खूब तालियां बटोरीं)

Advertisement

लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ में विगत शनिवार से दो दिवसीय लखनऊ लिट्रेचर फेस्टिवल का आयोजन “लखनऊ एक नया दौर ” किया जा रहा है।

उक्त आयोजन अंग्रेजी विभाग, आधुनिक यूरोपियन भाषा(हिंदी विभाग) के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।इस आयोजन के मुख्य संरक्षक कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय, संयोजक, प्रोफेसर एम० प्रियदर्शिनी, आयोजन सचिव डाक्टर विनीत मैक्सवैल डेविड हैं।
आयोजन के दूसरे दिन लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ के मालवीय हाल में जाने माने हिंदी, उर्दू के साहित्यकारों नें‌अपनी प्रस्तुति पेश‌ की। साथ ही परिचर्चा में भी भाग लिया।

जिसके संचालन में प्रोफेसर अलका पांडेय, प्रोफेसर फातिमा रिजवी, प्रोफेसर रानू उनियाल, प्रोफेसर राकेश चन्द्र रहे। आज का कार्यक्रम चार सत्र में रहा।

साहित्य चर्चा के साथ साथ जायका ए लखनऊ पर भी डाक्टर राजकुमार सक्सेना, नूर खान, रश्मि वेद लखनऊ के व्यंजनों पर चर्चा की।

Advertisement
Ad Ad Ad
Advertisement
Advertisement
Advertisement