उपपा गौला खनन को निजी हाथों में दिए जाने का प्रबल विरोध कर तथा गौला खनन से जुड़े आन्दोलन का समर्थन किया है ।

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वक्ताओं ने कहावर्तमान में मूल निवास एवं भू -कानून जन भावनाओं से जुड़ा एक प्रमुख मुद्दा है| त्रिवेन्द्र रावत के समय में तैयार भू कानून को तुरन्त रद्द किया जाना चाहिए। उ प पा का मानना है कि धारा 371 का आधार ही हिमालयी राज्य उत्तराखंड को संरक्षित कर सकता है।

उपपा रामनगर में दवा फैक्ट्री जिसके पास 35 एकड़ भूमि है और जो कि 45 करोड़ के लाभ में थी को निजी हाथों में दिए जाने का विरोध करती है। इस बैठक में विनोद जोशी ( केन्द्रीय कोषाध्यक्ष ), पत्रकार पूरन बिष्ट, रामनगर से आए सुनील पर्नवाल, आसिफ एवं चिन्ताराम जी तथा बीडी सनवाल, सुनील काण्डपाल, अजय भट्ट, खष्टी सुयाल , दिनेश उपाध्याय, भूपाल धपोला तथा दयाल पाण्डे आदि लोगों ने हिस्सेदारी की।

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