उत्तराखण्ड लोक वाहिनी ने प्रख्यात पर्यावरणविद् और पद्म भूषण से सम्मानित श्री चण्ड़ी प्रसाद भट्ट की धर्मपत्नी श्रीमती देवेश्वरी भट्ट के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। साथ ही हाल ही में इंडियन एयरलाइन्स दुर्घटना तथा केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सभी यात्रियों के प्रति भी संगठन ने अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है।श्रीमती देवेश्वरी भट्ट न केवल श्री चण्ड़ी प्रसाद भट्ट की जीवनसंगिनी थीं, बल्कि वे स्वयं भी एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता थीं, जिन्होंने चिपको आंदोलन और वन संरक्षण आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई।
उन्होंने विशेष रूप से पहाड़ की महिलाओं को संगठित कर जनजागरण में अहम योगदान दिया। उनका जीवन संघर्ष, सेवा और नारी सशक्तिकरण की प्रेरक मिसाल है।इस अवसर पर आयोजित शोकसभा में एडवोकेट जगत रौतेला, दयाकृष्ण काण्डपाल, रेवती विष्ट, पूरन चन्द्र तिवारी, अजय मित्र विष्ट, अजय मेहता, मोहम्मद अनिसुद्दीन, और जंगबहादुर थापा सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता एवं संगठन के सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि इंडियन एयरलाइन्स और केदारनाथ जैसी त्रासद घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर दिया है। यात्रियों की असमय मृत्यु अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है।
सभा के अंत में सभी दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया तथा मृतकों के परिजनों के प्रति शोक और संवेदना प्रकट की गई।
उत्तराखण्ड लोक वाहिनी ने यह भी घोषणा की कि श्रीमती देवेश्वरी भट्ट की स्मृति में भविष्य में एक विशेष सामाजिक-पर्यावरणीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिससे उनके जीवन और योगदान को नई पीढ़ी तक पहुँचाया जा सके।


