(जानबूझकर कर पिंजरा नहीं खोला, गुलदार कैद नहीं, महिला की जान गई , क्षेत्रवासियों में रोष , जांच हो मामले की)
बेतालघाट– गुलदार के महिला के हमले के बाद से ही ग्रामीणों के बीच वन विभाग कर खिलाफ जम कर नाराजगी बनी हुयी हैं। सभा के लोगो द्वारा वन विभाग पर आरोप लगाते हुवे बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा गुलदार के लिए लगाए गए पिजरे के दरवाजे को वन विभाग की टीम द्वारा रात में बन्द कर दिया जिससे कारण रात भर गुलदार पिजरे के करीब होने के बाद भी पिजरे में नही आ पाया। जिसके कारण बुधवार की सुबह ग्राम सभा के बुजुर्गों तथा महिलाओं द्वारा वन विभाग के वन आरक्षी जसवन्त रावत के साथ तू तू मैं मैं हो गयी।
जिसके बाद बात बढते बढ़ते हतपाई तक जा पहुँची। देखते ही देखते ग्रामीणों ने जसवंत रावत को पीट दिया। जिसके बाद जसवन्त सिंह अपनी जान बचा कर मौके से भाग निकले।
वही इस मामले में वन क्षेत्राधिकार रमेश चंद्र ने बताया कि ग्राम सभा के लोगो को मामले में गलत शक है कि वन विभाग द्वारा पिजरे के दरवाजे को बन्द किया है।
जबकि वन विभाग द्वारा ऐसा कुछ नही किया गया है। हालांकि पिजरे का दरवाजा बन्द जरूर था जो कि रात्रि में किसी जानवर के आने जाने से हुवा होगा।
