(हमें कटने से बचा लो, ए दुनिया वालों,हम तुम्हारी सांस है, तुम हमारी बन जाओ। आरियां मत चलवाओ)
अल्मोड़ा जनपद में वन संरक्षण के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। पेड़ों के कटान के आगे, जंगलात महकमे बौने हो गये है। कब आंखें खुलेंगी भगवान जाने। कभी विकास के नाम पर , कभी सड़क चौड़ीकरण के नाम पर पेड़ों पर आरी चलती नजर आ रही है। जागेश्वर धाम कारिडोर प्रोजेक्ट में, हजारों देवदार पेड़, कसार देवी मानस खंड सड़क चौड़ीकरण के नाम पर पेड़ कटने की तैयारी का दौर थमा ही था। अब एक नया मामला सामने आया है अलमोडा़ जनपद के सल्ट में पच्चीस से अधिक चीड़ के पेड़ सौर्य उर्जा के संयंत्र स्थापित करने के नाम पर काट दिये।
गांव वालों नेजब जंगलात व जिला प्रशासन को मामले से बताया तो अनजान बन तमाशा देखते रहे हरे पेड़ों पर आरियां चल दी। बैगर अनुमति प्राप्त किये , बिना अनापत्ति प्रमाण-पत्र लिए कैसे सौलर प्लांट की अनुमति व कार्यवाही हो गयी, अनेक सवाल है। अब देखना है कि आगे क्या होता है।नियम तो बहुत कुछ कहते हैं।