( भीख नहीं , शिक्षा दे, डाक्टर जे० सी० दुर्गापाल)
समाजिक कार्यकर्ता व जिला रैड क्रास सोसायटी के सक्रिय सदस्य डाक्टर जे सी दुर्गापाल ने शहर की एक ज्वलंत व शर्मनाक वातावरण पर ध्यान केंद्रित किया है, जिस पर पुलिस, जिला प्रशासन, व सम्बंधित मंत्री व जन प्रतिनिधियों को ध्यान देना नितांत आवश्यक है, जो है भिक्षावृत्ति उन्होंने कहा अल्मोड़ा मुख्यालय में एक बार से महिला व बाल भिखारी काफी बढ़ गये है।
स्टेशन, मंदिर , भीड़ के इलाके में ये भीख मांगते नजर आ रहे हैं। जिनके की हाथ पैर सुरक्षित हैं साथ में कभी-कभी यह बच्चों को गोद में लेकर भी, कभी शनिदेव का बहाना बनाकर या अन्य बहाने बनाकर आमजन से भीख मांगते हैं..।
यह कौन है कोई इनका वेरिफिकेशन नहीं है कहां इनको जाना है ना आमजन को पता है ना इनको ही पता है क्यों लोग इनको शरण दिए हुए हैं. क्या यह किसी के ठेके पर तो भीख नहीं मांग रहे हैं इनको ₹5 ₹10 देकर हम लोग अपने आप को धन्य समझ लेते हैं हमें भीख नहीं देनी चाहिए हमें शिक्षा और दीक्षा देनी चाहिए लेकिन हम सनातनी इनमें क्या देखते हैं।
यह अपने आप को धन्य समझते हैं, अगर आप इनकी मदद करना चाहते हैं इनको रोजगार दीजिए इसे काम लीजिए और आवश्यक दम दीजिए।किसी ने खूब कहा है मांगना भला ना आप से। इनको मांगना नहीं परिश्रमी बनाया स्वावलंबी बनाया और उनकी पहचान पत्र अवश्य देखिए यह पता नहीं किस रूप में हमारे बीच में आए हुए। अगर आप लोग कुछ देना ही चाहते हैं तो इनको खान की वस्तुएं दीजिएगा यह पैसे का प्रयोग नशे आदि के लिए लाते हैंकभी यह हाथ मोड हुए कभी यह पर मोड हुए प्लास्टर लगाए हुए भी मिल जाते हैं, और लोगों से सहानुभूति बटोर कर घरों की रेकी करते हैं फिर चोरी में लिप्त हो जाते हैं सतर्क रहें सावधान रहें, भिक्षा नहीं शिक्षा दें।