सैनिक स्कूल, घोड़ाखाल एवं नेशनल साइंस सेंटर, दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से छात्रों और शिक्षकों के लिए एक संवेदनशील और उत्साहजनक दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।

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स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान को प्रोत्साहित करने के लिए सैनिक स्कूल, घोड़ाखाल ने यह महत्त्वपूर्ण पहल की हैं और छात्रों एवं शिक्षकों को एक सुनहरा मौका प्रदान किया है. इस कार्यक्रम में जी. डी. बिरला, अशोक हॉल रानीखेत, मोहनलाल शाह बालिका विद्या निकेतन नैनीताल, डीएवी हल्द्वानी, पार्वती प्रेमजगाती सरस्वती विहार बीरभट्टी, ग्लोबल माउंट भीमताल, मल्लिकार्जुन् भीमताल आदि विद्यालयों ने बढ़ – चढ़कर प्रतिभाग किया. कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय सिंह डंगवाल एवं नेशनल साइंस सेंटर के सीनियर एजुकेशन ऑफिसर, श्री दिनेश मलिक ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया.सेंटर द्वारा विद्यालय में विज्ञान संबंधित विभिन्न विषयों पर शिक्षकों के लिए कम लागत वाले शिक्षण सहायकों की कार्यशाला भी आयोजित की गई. सरकारी और सीबीएसई स्कूलों के विज्ञान में अध्ययनरत छात्रों के लिए भी कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. इन कार्यक्रमों में विज्ञान दर्शन व्याख्यान दिए गए. इसके साथ ही विज्ञान प्रेमियों और जिज्ञासुओं के लिए शिक्षण प्रदर्शन व्याख्यान दिया गया, जिसमें विभिन्न रोचक विषयों का अन्वेषण किया गया. इस कार्यक्रम ने भौतिकी, रासायनिकी, खगोलशास्त्र और विज्ञान के विविध क्षेत्रों में हमारे ज्ञान के अनंत द्वार खोलें. मानव जीवन के अनगिनत रहस्यों की खोज में यह एक अद्वितीय यात्रा रही. भौतिकी के कई सिद्धांतों को विभिन्न सरल प्रयोगों के माध्यम से दिखाया गया. यथा- जड़त्व का सिद्धांत, बरनौली का सिद्धांत, आर्किमिडीज का सिद्धांत, अपकेंद्रीय बल, ऊष्मा इंजन, रुद्धोष्म प्रक्रिया, विद्युत चुंबकीय प्रेरण, बवंडर का विरचन, पृष्ठ तनाव, आपेक्षिक घनत्व का सिद्धांत एवं प्रज्ज्वलन ताप की अवधारणा आदि. इसके अतिरिक्त विज्ञान प्रदर्शन व्याख्यान के अंतर्गत गति के नियम, जल निकासी कार्यशाला, ग्रहों और उपग्रहों का घूर्णन एवं परिक्रमण आदि पर मॉडलस् सहित व्याख्यान भी प्रस्तुत किए गए. विद्यार्थियों में विज्ञान की रुचि को और बढ़ाने के लिए साइंस क्विज और विज्ञान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया. साथ ही एरीस, नैनीताल ने सूर्य के धब्बों का अवलोकन कराया और नेशनल साइंस सेंटर, दिल्ली ने रात के आकाश के अवलोकन हेतु टेलीस्कोप का उपयोग कर विभिन्न गतिविधियों को दिखाया.विद्यालय के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन वी. एस. डंगवाल ने इस कार्यक्रम की सफलतापूर्वक आयोजन पर हर्ष व्यक्त किया. विज्ञान हमारे देश के अर्थतंत्र को मज़बूत बनाने में अत्यधिक सहायक सिद्ध हो सकता है इसलिए छात्रों को विज्ञान को विषय मात्र से ज्यादा महत्त्व देना होगा इसलिए उन्होंने आने वाले समय में भी इस प्रकार के कार्यशालाओं को आयोजित किये जाने का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रशांत यादव, उप प्रधानाचार्य कमांडर एस. नागराजन, वरिष्ठ अध्यापक श्री के. एन. जोशी, कार्यप्रभारी श्री जी. एस. जोशी सहित समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा.

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