इस साड़ी में प्रभु श्री राम के जीवन की पूरी कथा चित्रों द्वारा अंकित है. इस साड़ी को बनाने के लिए 1800 ब्लॉक का इस्तेमाल किया गया था जिन्हें इस साड़ी के बनने के बाद, साड़ी में इस्तेमाल हुए रंगों समेत गंगा में प्रवाहित कर दिया गया. साड़ी निर्माताओं का कहना है कि यह अपने आप में एकलौती यह साड़ी केवल प्रभु श्री राम के लिए समर्पित है और इसलिए इस साड़ी जैसी दूसरी अन्य प्रति नहीं होनी चाहिए जिसके कारण उन्होंने साड़ी को बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले चित्र, ब्लॉक और रंग आदि सब गंगा में प्रवाहित कर दिए हैं। *देखिए यह पूरी रिपोर्ट चित्रा त्रिपाठी के साथ* *#
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