( समाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला ने बेस चिकित्सालय/ मेडिकल कॉलेज की एक सौ आठ एम्बुलेंस पर उठाये सवाल,स्थानीय विधायक, भाजपा नेताओं, की घोषणा व समाजिक कार्यकर्ता
(कांग्रेस नेता बिट्टू कर्नाटक) की आंदोलन की चेतावनी पर कोरे सिद्ध हो रहे हैं आश्वासन)
अल्मोड़ा जनपद में चाहें जिला चिकित्सालय हो, बेस चिकित्सालय हो, या फिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सा व एम्बुलेंस सेवा सफेद हांथी बन गयी है, इतना ही नहीं स्थानीय विधायक, भाजपा नेताओं व कांग्रेस नेता बिट्टू कर्नाटक के आंदोलनों की चेतावनी पर दिये आश्वासन भी कोरे सिद्ध हो रहे हैं, आश्वासन सिर्फ आश्वासन ही रह जाते हैं, धरातल पर कुछ नहीं दिख रहा। एम्बुलेंस दिये जाने की स्थानीय विधायक की घोषणा पर क्या हुआ? पता नहीं।
आज एक दिमागी चोट के मरीज को एम्बुलेंस नहीं मिल पायी ,जान खतरे में है, समाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा पहुंचे आप बीती बतायी देखिए, विडियो व उनकी प्रतिक्रिया:-साथियो अभी बसे हॉस्पिटल से आ रहा हूं जहा की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति आप देख सकते हैंशहर में तुम खूब #सियासत करते हो।
शहर की #आवाज़ #उठाओ तो जाने।।कोई भी बीमार हो सकता है,दुर्घटना हो सकती है,108 की बेस में व्यवस्था चरमराई हुई है,आज की घटना में जिस व्यक्ति के मरीज थे उन्होंने हम से संपर्क किया,किसी तरह हमने 108 की व्यवस्था की,जिनकी कोई पहचान नही है वो तो इन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में असमय जान गवा बैठेगा।
आम से लेकर खास लोगो मे जब तक सामाजिक-राजनीतिक चेतना आना ही व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर पाएगा।मुझे कोई फर्क नही पड़ता से ऊपर उठकर सोचने का समय आ गया है।( विनय किरौला)