( विपिन जोशी कोमल रहे, संयोजक, के ० सी० जोशी “ताजी” अध्यक्ष, संचालन जाने-माने कवि, पत्रकार, रंगकर्मी नवीन बिष्ट के कर कमलों से हुआ)

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वरिष्ठ साहित्यकार श्री विपिन चंद्र जोशी ‘कोमल’ जी के सौजन्य से आंग्ल नव वर्ष के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष के प्रथम दिवस को आयोजित होने वाली काव्य गोष्ठी 01जनवरी (गुरुवार) को सायं 3:00 बजे से श्री लक्ष्मी भंडार हुक्का क्लब में संपन्न हुई, कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार एवम् रंगकर्मी श्री त्रिभुवन गिरि महाराज जी तथा संचालन वरिष्ठ साहित्यकार, पत्रकार ,लोक गायक एवम् सुप्रसिद्ध रंगकर्मी श्री नवीन बिष्ट जी द्वारा किया गया। गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार एवम् रंगकर्मी श्री त्रिभुवन गिरि महाराज जी(अध्यक्ष),डॉ.के.सी.जोशी,डॉ जे.सी.दुर्गापाल, श्री.श्रीमती नीलम नेगी,श्री मोहन लाल टमटा,श्री पी.सी. तिवारी,श्री विपिन चंद्र जोशी ‘कोमल’, भावना पांडे,श्री कंचन तिवारी जी,श्री ध्रुव टमटा,डॉ.महेंद्र ठकुराठी,श्री. तफज्जुल खान,डॉ.धाराबल्लभ पांडे,डॉ. सैयद अली हामिद,डॉ. हयात सिंह रावत जी सहित अन्य अनेक साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।

उपस्थित कवियों ने प्रकृति, श्रृंगार,महिला सरोकार,देश प्रेम, सनातन संस्कृति,वर्तमान राजनीति सहित अन्य अनेक सम सामयिक विषय आधारित काव्य,गीत,ग़ज़ल, हास्य व्यंग विधाओं पर अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।

कंचन तिवारी ने सुंदर सरस्वती वंदना गाकर काव्य गोष्ठी का पारंपरिक शुभारंभ किया.* काव्य गोष्ठी के आयोजक/संयोजक श्री विपिन चंद्र जोशी ‘ कोमल’ जी ने उपस्थित सभी कवि,साहित्यकार एवम् श्रोता जनों का स्वागत व आभार व्यक्त करते हुए नव वर्ष की बधाई व शुभकामनाएं दीं ।*

अपने अध्यक्षीय संबोधन में त्रिभुवन गिरि महाराज जी ने उपस्थित जनों को साधुवाद देते हुए सभी प्रस्तुत रचनाओं का समीक्षात्मक विश्लेक्षण करते हुए विविध विषय आधारित स्तरीय कविताओं की सराहना की साथ ही रचनाधर्मिता को और अधिक परिष्कृत व समृद्ध बनाने हेतु महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया व आहवान किया कि ऐसे आयोजनों से ही एक ओर साहित्यिक मनीषियों को साहित्य क्षेत्र में उच्चतम लक्ष्य व उपलब्धियां प्राप्त होती हैं, दूसरी ओर कलमकारों के माध्यम से समाज में विविध क्षेत्रों से जुड़े सकारामक संदेश प्रवाहित होते हैं.. अंत में सभी को साधुवाद देते हुए अध्यक्ष महोदय द्वारा काव्य गोष्ठी के समापन की घोषणा की गई।

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