जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय की पहल पर व्यवसायिक चालकों एवं रोडवेज चालकों तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा।जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम से चालकों में कार्य के प्रति अनुशासन बढ़ाने में मदद मिलेगी। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने करते हुए संबंधित अधिकारियों एवं टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। बैठक में तय हुआ कि 15 से 20 चालकों का एक बैच बनाया जाएगा तथा एक बैच को 3 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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प्रशिक्षण पर होने वाले व्यय को जिला प्रशासन द्वारा वहन किया जाएगाजिलाधिकारी ने टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों को कहा कि वे जल्द से जल्द अपनी यूनियन के चालकों का विवरण प्रस्तुत करें जिससे जल्द ही उनका प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया जा सके। उन्होंने यूनियन के पदाधिकारियों से यह भी कहा कि सभी चालकों एवं परिचालकों का एक ड्रेस कोड भी बनाया जाए, जिससे उनकी पहचान सार्वजनिक रहे।

बैठक में उपस्थित संबंधित अधिकारियों को जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि प्रवर्तन की कार्रवाई लगातार जारी रहे तथा जो भी चालक नियमों का उल्लंघन करता है उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रवर्तन की कार्रवाई जितनी ज्यादा होगी दुर्घटना के मामलों में उतनी ही कमी लाई जा सकती है।उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग एवं ड्रिंक एंड ड्राइव को कतई बर्दाश्त न किया जाए बल्कि कड़ी कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि सभी व्यावसायिक वाहनों में अनिवार्य रूप से आपातकालीन नंबर चस्पा रहें तथा सभी वाहनों में फर्स्ट एड किट भी अनिवार्य हो। बैठक में पुलिस उपाधीक्षक विमल प्रसाद, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रश्मि भट्ट, एआरएम रोडवेज विजय तिवारी, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह तिलारा समेत अन्य पदाधिकारी एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

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