जिला परियोजना प्रबन्धन इकाई स्वजल द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत सभी विकास खण्डों में किये गये कार्याें की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी विनीत तोमर की अध्यक्षता में नवीन कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के कार्यों की भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि प्रथम चरण एवं द्वितीय चरण में किये जाने वाले कार्याें को समय से पूर्ण किया जाय।

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उन्होंने खुले मंे षौच से मुक्त (ओडीएफ प्लस), सामुदायिक स्वच्छता कॉम्पलैक्स/शौचालय निर्माण कार्य, की प्रगति एवं विकास खण्ड स्तर पर प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट सेड निमार्ण की प्रगति, सार्वजनिक शौचालय निर्माण हेतु ग्राम पंचायतों से प्राप्त प्रस्तावों पर अनुमोदन सहित अन्य कार्याें की समीक्षा की।
उन्होंने परियोजना निदेशक डीआरडीए को निर्देश दिये कि जैविक व अजैविक कूडे के निस्तारण के लिये जनपद के ग्रामों प्रधानों की एक कार्यशाला आयोजित की जाय जिसमें कूड़ा निस्तारण के बारे मंे जानकारी दी जाय। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में स्वयंसेवी संस्थाओं को बुलाया जाय जो इस क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे है। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीणों क्षेत्रों में डम्पिंग प्लास्टिक को एकत्र करने हेतु योजनाबद्ध तरीके से कार्य कराया जाय।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेेत्र में जो ग्रामीण स्वच्छता समितिया गठित की गयी है उन्हें सक्रिय करते हुए कार्य करायें। ग्रामीण क्षेत्र में एकत्रित कूड़े का समय-समय पर नजदीकी क्षेत्र के नगरपालिका एवं नगर पंचायत के साथ समन्वय स्थापित करते हुए निस्तारण करायें। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी आकाक्षा कोण्डे, परियोजना निदेशक पुष्पेन्द्र सिंह अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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