(मेडम की कहानी , संघर्ष का चित्रण करती पुस्तक “मैडम सर” ) जीवन के एक अचानक मोड़ ने मंजरी जारुहर को एक अनूठी दिशा दी। ‘मैडम सर’ पुस्तक के माध्यम से हम जानेंगे कैसे मंजरी ने बिहार की पहली महिला पुलिस अधिकारी बनने का सफल सफर तय किया ,मैडम सर: एक सशक्त शुरुआत :मंजरी जारुहर द्वारा लिखी गई पहली किताब ‘मैडम सर’ ने भागलपुर में अभियुक्तों को अंधा बनाने, 1984 के सिख-विरोधी दंगे, और लालू प्रसाद के शासनकाल जैसे महत्त्वपूर्ण घटनाओं को इसमें शामिल किया है। यह उनकी साहसिक दृष्टि और निर्णयक्षमता को प्रकट करता है, जिसने उन्हें इस यात्रा में सहारा दिया।लेखिका ने इस पुस्तक मेंभारतीय पुलिस सेवा का अंतर्निहित दृष्टिकोण का वर्णन किया है
मैडम सर’ की पृष्ठभूमि में हम देखेंगे कैसे उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की आंतरिक दुनिया का मर्मस्पर्शी विवरण प्रस्तुत किया है।

इसके माध्यम हम उनके अनुभवों, उत्साह, और मुश्किल वक्त के बारे में जान सकेंगे।इस पुस्तक में लेखिका के कुशल साहस और नेतृत्व का बहुत ही यथार्थ चित्रण किया है,यह पुस्तक सार्थकता से भरी हुई है।

यह उनकी निर्भीक दृष्टि, दृढ़ता, और नेतृत्व कला के बारे में विस्तार से बताती है। मंजरी ने सहकर्मियों के अविश्वास और उपहास के बावजूद नए रास्ते खोजने में सफलता प्राप्त की।’मैडम सर’ की कहानी हमें दिखाती है कि सपने पूरे करने की प्रेरणा कैसे मिलती है और असंभव ऊँचाइयों को कैसे छूने की हिम्मत आती है।

यह एक बेहद प्रेरणादायक यात्रा है जो हर व्यक्ति को अपने लक्ष्यों की प्राप्ति की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी’मैडम सर’ एक अद्वितीय और प्रेरणादायक कहानी है जो हमें सिखाती है कि संघर्षों के बावजूद, सही मार्ग पर चलने से ही सफलता हासिल की जा सकती है।

इसमें भरा हुआ साहस और नेतृत्व हर किसी को अपने लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में एक कदम बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। यह एक बहुत ही मोटिवेशनल पुस्तक है, जो युवाओं के प्रोत्साहन में मिल‌‌ का पत्थर है
(, साभार। सोशियल मिडिया)

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