(कैंसर केयर गैप को कम करें)

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हर साल विश्व कैंसर दिवस की एक अलग थीम रहती हैं, इस साल वर्ल्ड कैंसर डे की थीम “कैंसर केयर गैप को कम करें” है. हम जानते हैं कि हममें से हर एक में बदलाव लाने की क्षमता है, चाहे बड़ा हो या छोटा, और साथ मिलकर हम कैंसर के वैश्विक प्रभाव को कम करने में प्रगति कर सकते हैं. आज विश्व कैंसर दिवस के दिवस पर हम कैंसर रोग से जूझ रहे मरीजों के शीध्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। प्रत्येक वर्ष विश्व कैंसर दिवस की एक सोच (थीम)रहती है।इस वर्ष की थीम है, “कैंसर केयर गैप को कम करें”इस थीम का आशय है कि हमें कैंसर के प्रति जागरूक रहना है, लापरवाही नहीं करनी है, ।हम जानते हैं कि कैंसर रोग एक बहुत गंभीर रोग है, विश्व में इस रोग से मरने वालों की संख्या काफी है।

लेकिन यदि आंकड़ों पर प्रकाश डाला जाय तो यह दर कम हो रही है। लेकिन हमारे देश में स्थित इसके विपरित है, क्यों कि हम इस रोग के प्रति जागरूक व सचेत नहीं है। कैंसर अब लाइलाज नहीं रहा यदि समय से इस रोग को पकड़ लिया जाय ,इलाज हो जाय। तो निश्चित कैंसर हमसे हार जायेगा,हम कैंसर से नहीं।

आज भारत वर्ष में कैंसर के सबसे ज्यादा मामले मुंह के कैंसर, महिलाओं के स्तन के, बच्चेदानी के कैंसर के मामले आते हैं। सबसे अधिक मामले मुंह के कैंसर के है, कैंसर विशेषज्ञ कहते हैं, इसका प्रमुख कारण सिगरेट, तम्बाकू आदि का सेवन है, सब जानते हैं,फिर भी ये उत्पाद की बिक्री काफी हो रही है, यदि सरकार इस पर ठोस व गंभीर पहल करें तो, मुंह के कैंसर से काफी हद तक बचा जा सकता है।

दूसरा महिलाओं का स्तन व बच्चेदानी का कैंसर है, स्तन कैंसर महिलाओं की लापरवाही व जीवनशैली शैली, देर से विवाह आदि एक कारण है, यदि सामान्य महिला अपने स्तनों की खुद जांच करे, यदि कोई गांठ या बदलाव आता है,तो तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क कर लें, तो इलाज समय से चालू हो कैंसर से विजय पायी जा सकती है। बस हमें कैंसर के प्रति सदैव जागरूक रहना है, जागरूकता अभियान चलाना है,यही कैंसर दिवस मनाने का उद्देश्य है। कुछ छायाचित्र

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