( पर्यावरण में अलग जगाने पर विश्व स्तरीय चर्चा हुई, दो विभूतियों ने विचार विमर्श किया)
ग्रीन मैन ऑफ इंडिया विजयपाल बघेल ने सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सतपाल सिंह बिष्ट से मिलकर पौध भेंट किया। तथा पर्यावरण के संरक्षण को लेकर देश-दुनिया में अलख जगाने वाले विजयपाल बघेल ने विश्व विद्यालय के कुलपति से देर तक विचार विमर्श किया।
विजय पाल बघेल नेअभी तक दस लाख से अधिक पेड़ों को बचाया है। मुलाकात के दौरान सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में हरेला गतिविधियों को लेकर भी चर्चा की।
विश्व विद्यालय केकुलपति प्रो0 सतपाल सिंह बिष्ट ने ग्रीन मैन ऑफ इंडिया विजयपाल को हरेला पीठ की गतिविधियों की जानकारी दी और उन्होंने बताया कि हरेला पीठ के द्वारा आयोजित गतिविधियों की रिपोर्ट शीघ्र ही शासन को भेजी जाएगी। विश्वविद्यालय में हरेला पर्व के तहत कई गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। बैठक में हरेला पर्व की महत्ता और वन एवं पर्यावरण के लिए सक्रियता के साथ कार्य करने, अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करने, हिमालय के चिपको आंदोलन, खगोलीय घटना एवं हरेला पर्व, हरेला पीठ के संरचनात्मक स्वरूप को लेकर बात हुई। जिसके सुझावों को शासन को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि हरेला हमारी परंपराओं से जुड़ा है।
अतः इसको लेकर कार्य किए जाएंगे। बघेल ने कहा कि हम हरेले को खगोलीय घटना से जोड़ते हैं। इस देवभूमि ने वृक्षों को बचाने के लिए बहुत बड़ा विचार विश्व को दिया है। इसलिए हरेला की गतिविधियों को गंभीरता से लिया जाए। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट, प्रो0 वी0डी0एस0नेगी, वन एवं पर्यावरण सलाहाकार समिति, उत्तराखंड के दीपक मेहरा, ग्राम विकास एवं पलायन निवारण आयोग के सुरेश सुयाल, बीएसएफ के सेवानिवृत्त कमांडेंट मनोहर सिंह नेगी, सीआरपीएफ से रिटायर्ड सैनिक दीवान सिंह बिष्ट, डॉ0 चंद्र प्रकाश फुलोरिया आदि मौजूद रहे।
इसके उपरांत सभी ने इतिहास विभाग के आस-पास पौधों का रोपण किया। जिसमें इतिहास विभाग के सभी सहयोगी उपस्थित रहे।