आगामी मानसून अवधि में सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत आपदाओं की घटनाओं की रोकथाम,राहत एवं बचाव कार्यों के सम्बन्ध में जनपद स्तर पर की जाने वाली पूर्व तैयारियों को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी विनीत तोमर ने नवीन कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा से जुड़े अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की।
बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून काल के मद्देनजर प्रत्येक विभाग विभागीय स्तर पर एक नोडल अधिकारी नामित कर सूची जिला आपदा कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक तहसील स्तर पर 24 x 7घण्टे की तर्ज पर आपदा नियन्त्रण कक्ष स्थापित करते हुए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की मोबाइल नंबर की अद्यतन सूची आपदा विभाग में भेजी जाए। बैठक में जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद के समस्त मोटर मार्गों की सूची उनकी स्थिति तथा वर्षाकाल में उनके लम्बे समय तक अवरूद्व होने पर वैकल्पिक मार्गों की सूची तैयार करें।
जनपद के संवेदनशील मोटर मार्गों को चिन्हिकरण कर सूची जिला आपदा कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने लोनिवि, नगर पालिका, नगर पंचायत के अधिकारियो को निर्देश दिये कि सड़क के दोंनो तरफ नालियों की सफाई व झाड़ियों को काटन 15 दिन के भीतर कर लिया जाय साथ ही कलमठों, नालियों एवं अति संवेदनशील स्थलों को चयन करते हुए उनको खोलने के साथ ही जल निकासी की व्यवस्था समय से पूर्ण कर ली जाय।।
उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान मोटर मार्गों को खोलने हेतु जेसीबी, डोजर आदि की उपलब्धता तथा उनकी तैनाती स्थल की सूची के आपदा कार्यालय में उपलब्ध करा दी जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी उपजिलाधिकारी व सड़क निर्माण विभाग के अधिकारी संवदेनशील मोटर मार्गों का संयुक्त निरीक्षण कर चिन्ह्ति स्थलों को आपदा से पूर्व ठीक करा लिया जाय। उन्होंने मानसून काल के दौरान उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 24 घंटे की तर्ज पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ ही जल भराव हेतु संवेदनशील तथा प्रदूषित पेयजल वितरण से बचाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून अवधि के दौरान मोटर मार्गों को अवरूद्व करने वाले संवेदनशील वृक्षों का चयन कर उनके निस्तारण की कार्यवाही की जाय। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून अवधि के दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए सभी तैयारियॉ समय से पूर्व कर ली जाय।
उन्होंने पेयजल निगम/जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि दैवीय आपदा की स्थिति में पेयजल लाईनों के क्षतिग्रस्त होने पर पेयजल आपूर्ति हेतु वैकल्पिक व्यवस्था तथा प्रदूषित पेयजल वितरण से बचाव के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें तथा आवश्यक सामग्री का स्टॉक रखे रहें।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून काल के दौरान अति संवेदनशील विद्यालयों का चिन्हिकरण कर उनकी सूची जिला आपदा कार्यालय को उपलब्ध करायी जाय, तथा आपदा की स्थिति में आश्रय स्थल हेतु विद्यालयों, पंचायत भवनों, सामुदायिक भवनों का भी चिन्हिकरण कर लिया जाय।
जो विद्यालय भावन संवेदनशील हैं,उन विद्यालयों में पठन पाठन हेतु वैकल्पिक स्थानों को भी चयनित कर लें। उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से संक्रमण रोगों के बचाव हेतु की गयी तैयारियों के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आपदा काल के दौरान 108 एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था की जाय।
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग से जब भी मौसम की चेतावनी आती है तो स्वास्थ्य विभाग सभी आशा तथा एएनएम को सूचित करें कि वह अपने क्षेत्रान्तर्गत उस दौरान जिन भी गर्भवती महिलाओं का प्रसव होना है वह उन्हें तत्काल चिकित्सालय में भर्ती करायें इस कार्य में ऑगनबाड़ी कार्यकत्री से भी सहयोग लिया जाय।
उन्होंने दूरसंचार विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून काल में सभी मोबाईल टावरों के संचालन हेतु पर्याप्त मात्रा में डीजल रखने के साथ ही जनरेटर की भी व्यवस्था की जाय।
बैठक में पुलिस विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी खोज बचाव उपकरणों की स्थिति को मानसून से पूर्व आवश्य रूप से चैक कर लिया जाय साथ ही संचार सेवा के सभी उपकरणों को चालू रखा जाय। इस दौरान संसाधनों, खोज बचाव के उपकरणों की उपलब्धता एवं उनकी अद्यतन स्थित के बारे में जानकारी भी प्राप्त की।
जिलाधिकारी ने पूर्ति विभाग को निर्देश दिये कि मानसून काल के दौरान जनपद अन्तर्गत अगले तीन माह का अग्रिम खाद्य राशन का भण्डारण कर वितरण माह मई में ही कर लिया जाय। उन्होंने जनपद में आवश्यक वस्तुओं यथा पेट्रोल, डीजल एवं गैस की उचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून से पूर्व पशुओं का टीकाकरण करना सुनिश्चित करें।
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, अपर जिलाधिकारी सी0 एस0 मर्ताेलिया, संयुक्त मजिस्टेट रानीखेत वरूणा अग्रवाल, प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम घ्रुव सिंह मर्तोलिया, सहित सभी उपजिलाधिकारी सहित सभी जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।