( खबर का असर, खैरना गरमपानी क्षेत्र में नदी में मलवा गंदगी डालने, व आये दिन जाम की परेशानियों से निजात पाने हेतु क्षेत्रवासियों ने दिया ज्ञापन, संज्ञान लेते हुए एस डी एम के तेवर गर्म, दी चेतावनी)
गरमपानी– भवाली अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग के झूला पुल के पास 100 मीटर सड़क बनाने का कार्य किया जा रहा है। जिसमे थुवा की पहाड़ी को काट कर लगातार शिप्रा नदी में डाला जा रहा है जिससे गरमपानी खैरना बाजार में बरसात के समय आपदा को आमंत्रण दिया जा रहा है।
जिसको ले कर व्यापारियों तथा जनप्रतिनिधि लामबंध हो गए है। जिसमे व्यपारियो तथा जनप्रतिनिधियों ने मिल कर रविवार को एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें उपजिलाधिकारी से मिलकर जिलाधिकारी से शिप्रा नदी से मलवा हटाने की अपील करने पर सहमति बनाई गई।
इसके अतिरिक्त एक ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया।जिसके चलते विगत सोमवार कोव्यापारियो तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा उपजिलाधिकारी बी सी पन्त से मुलाकात की गई। जिसमें व्यापारियो ने उपजिलाधिकारी बी सी पन्त को बताया कि नदी में मलवा डालने से आपदा आने का खतरा बना हुआ है जिसमे विभाग द्वारा अनैतिक रूप से लगातार शिप्रा नदी में मलवा डाला जा रहा है ।
जिसके बाद उपजिलाधिकारी बी सी पन्त के कहा कि विभाग से नदी में मलवा ना गिराने के निर्देश दिये गए है। बाबजूद इसके भी अगर नदी में मलवा गिराया जाता है तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।जाम की स्थिति पर उपजिलाधिकारी ने कहा कि झूला पुल के पास कार्य के चलते जाम की स्थिति बनी हुई है, जिसके लिए पुलिस को लगातार झुला पुल के पास बने रहने के भी निर्देश दिए गए है। उप जिलाधिकारी बी सी पंत की सकारात्मक वार्ता से क्षेत्र वासियों में उम्मीद पैदा हुयी है। अब देखना है आगे क्या होता है, बताना चाहेंगे इस समाचार को हमने प्राथमिकता दे प्रसारित किया था, तथा जन हित में माननीय उच्च न्यायालय उत्तराखंड में इस महत्वपूर्ण मुद्दों पर जन हित याचिका दायर करने की बात भी उजागर की थी।वही उस दौरान व्यापार मण्डल अध्यक्ष अंकित साह, ग्राम प्रधान कन्नू गोस्वामी, ग्राम प्रधान त्रिभुवन पाठक, आशीष पाण्डेय, नीरज जलाल, नवल बिष्ट, योगेश त्रिपाठी, विजय गोस्वामी, रोहित सिंह, मोहित सिंह इत्यादि लोग मौजूद रहे।