गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल अल्मोडा के भूतपूर्व निदेशक स्वर्गीय डा० रनवीर सिंह रावल की तृतीय पुण्यतिथि पर संस्थान परिवार द्वारा जैव विविधता संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र के सूर्य कुंज में तिमूर के पौधों का वृहद रोपण एवं विश्व पृथ्वी दिवस विषय ग्रह बनाम प्लास्टिक पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को प्रारम्भ करते हुए जैव विविधता संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र के प्रमुख वरिष्ठ वैज्ञानिक डा० आई० डी० भट्ट ने डा० रावल को श्रद्धांजलि अर्पित की।
डा० भट्ट ने बताया कि डा0 रावल को हिमालयी जैवविविधता से अत्यधिक लगाव था एवं इसके संरक्षण-सतत् विकास हेतु उन्होंने विविध शोध कार्य एवं परियोजनाओं का सफल संचालन किया। साथ ही, डा० रावल को उनके द्वारा किये गए राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शोध परियोजनाओं के उत्कृष्ट कार्य हेतु विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
इसी परिकल्पना को सार्थक करने हेतु उन्होंने सूर्य कुंज तथा प्रकृति विश्लेषण तथा अध्ययन केन्द्र को स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।सूर्य कुंज में वर्तमान समय में सौ से अधिक औषधीय पादप, बहुपयोगी वृक्ष प्रजातियां, पक्षी, तितलियों की प्रजातियां वास करती हैं तथा यह वर्तमान में संरक्षण स्थल के रूप में संरक्षण, शिक्षा के प्रचार प्रसार हेतु महत्वपूर्ण स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। यह डा० भट्ट ने कहा कि डा० रावल एक कुशल वैज्ञानिक के रूप में सदैव हम सभी के प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे तथा सस्ंथान के विकास में उनका योगदान स्मरणीय रहेगा।
इसी क्रम में संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा० जे० सी० कुनियाल ने डा० रावल के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे बहुत ही मृदुभाषी, सरल स्वभाव, एवं कर्मठ व्यक्तित्व के धनी थे।
उन्होने अपने शोधार्थी जीवन से निदेशक पद तक की या़त्रा में सदैव जनसमुदाय की सेवा, जैवविविधता संरक्षण, सहकर्मियों को साथ लेकर चलने, शोध कार्यो के प्रति निष्ठा इत्यादि गुणों का अनुपालन किया।
उनके इसी व्यक्तित्व से हम सभी को सीखने की आवश्यकता है।डा० रावल की स्मृति में बहुउदद्शीय औषधीय तिमूर (जैन्थोजाइलम आर्मेटम) प्रजाति का रोपण किया गया तथा विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा० जे० सी० कुनियाल, डा० आई० डी० भट्ट, डा० सुबोध ऐरी, डा० सतीश चन्द्र आर्य, डा० के० एस० कनवाल, डा० विक्रम नेगी, डा० आशीष पाण्डे, डा० सुरेश राणा, डा० रवीन्द्र जोशी, डा० अमित बहुखण्डी, डा० शाइनी ठाकुर, श्री विभाष ध्यानी, श्री दीप चन्द्र तिवारी, श्री बसन्त सिंह, श्री प्रकाश सिंह, सिमरन तोमर, हिमानी तिवारी, पूजा नेगी, हरिप्रिया, श्री वैभव पैन्युली आदि मौजूद रहे।