कॉर्बेट नेशनल पार्क क्षेत्र में झाड़ी कटान का कार्य कर रहे एक नेपाली मूल के मजदूर पर बाघ ने हमला कर दिया।बाघ को भगाने के लिए पार्क प्रशासन के कर्मचारियों ने दो तीन राउंड हवाई फायर किए, तब जाकर बाघ जंगल की तरफ भागा। इसके बाद घायल मजदूर को आनन फानन में सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों से उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं, मजदूर की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

जाने मामला बता दें कि आगामी 15 नवंबर से कॉर्बेट नेशनल पार्क का ढिकाला जोन पर्यटकों के भ्रमण के लिए खोला जा रहा है। जिसको लेकर पार्क प्रशासन के अधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में नेपाल मूल का मजदूर शिवा (उम्र 22 वर्ष) अपने परिजनों के साथ विभागीय कर्मचारियों की मौजूदगी में ढिकाला क्षेत्र के मचान संख्या एक में झाड़ी कटान कार्य कर रहा था।इसी बीच अचानक बाघ ने शिवा पर हमला बोल दिया। शिवा की चीख पुकार सुनकर साथ में मौजूद परिजन और विभागीय कर्मचारी उसे बचाने के लिए मौके पर दौड़े, लेकिन बाघ की दहाड़ सुनकर सभी पीछे हट गए।

वहीं, शोर मचाने पर भी बाघ अपने जबड़े में शिवा को दबाए रखा।इसके बाद मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने बाघ को भगाने के लिए दो से तीन राउंड हवाई फायर किए। तब जाकर कहीं बाघ उसे लहूलुहान हालत में छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। इसके बाद लहूलुहान हालत में शिवा के परिजन और विभागीय कर्मचारी उसे रामनगर के सरकारी अस्पताल लाए।जहां जांच के बाद शिवा को मृत घोषित कर दिया।

उधर, घटना के बाद मौके पर मौजूद उसके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।साथ ही परिजनों का कहना है कि वो पिछले दो महीने से लैंटाना उन्मूलन के काम लगे हुए हैं। वहीं, मौके पर मौजूद कॉर्बेट प्रशासन के फॉरेस्टर विनोद ने कहा कि जैसे ही चीख पुकार सुनाई दी, उनकी ओर से फायर भी झोंके गए। जिसके बाद बाघ उसे छोड़कर और घने जंगल में घुस गया।गौर हो कि 3 दिन पहले ही बाघ ने रामनगर तराई पश्चिम के आमपोखरा रेंज में एक महिला के साथ ही दो युवकों पर हमला किया था।जबकि, महिला की जान चली गई थी।इस घटना के बाद बाघ के हमले को रोका नहीं जा सका है।

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