विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों की महिला कृषकों के लिए अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम “कृषि आधारित उद्यम से कृषक आय वृद्धि ” का आयोजन ९ से १२ जनवरी 2024 के दौरान किया गया। प्रभारी निदेशक डॉ. के.के. मिश्रा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि चूंकि पहाड़ों में खेती मुख्य रूप से महिला किसानों द्वारा की जाती है, इसलिए महिला किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने से कृषि विकास पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।

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कार्यक्रम में पौड़ी गढ़वाल एवं अल्मोड़ा जिले की 33 महिला कृषकों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मशरूम उत्पादन, सब्जी उत्पादन, मधुमक्खी पालन, सरकारी योजनाओं का अभिसरण, बागवानी उत्पादों के मूल्य संवर्धन पर विभिन्न व्याख्यान आयोजित किये गये। पौधशाला उत्पादन एवं उसे एक उद्यम के रूप में विकसित करने के प्रायोगिक ज्ञान के लिए कृषक महिलों को लोहाली स्थित यशोदा पौधशाला का भ्रमण भी कराया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम 12 जनवरी 2024 को पौड़ी गढ़वाल और अल्मोड़ा जिले की अनुसूचित जाति महिला किसानों को प्रमाण पत्र के साथ प्याज की पौध एवं कुरमुला नियंत्रण के लिए जैविक एजेंट “डब्ल्यूजीपीससबी पाउडर” भी वितरित किया गया। महिला किसानों ने कार्यक्रम से अपनी संतुष्टता व्यक्त की और भविष्य में भी प्रशिक्षण में भाग लेने की इच्छा जताई। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संयोजन संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. कुशाग्रा जोशी, डॉ. नवीन चंद्र गहत्याड़ी और डॉ. प्रियंका खाती द्वारा किया गया।

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