केदारनाथ धाम में लोग उस समय हैरान रह गए जब चिनूक हेलिकॉप्टर थार एसयूवी को लेकर हेलीपैड पर उतरा। इसके बाद थार को मंदिर परिसर में पहुंचाया गया जहां बदरी-केदार मंदिर समिति के पुजारियों, वेदपाठियों ने कार की विधिवत पूजा-अर्चना की। दरअसल यह थार कार केदार धाम में बीमार, विकलांग और बुजुर्ग लोगों को हेलीपैड, बेस कैंप से मंदिर परिसर तक ले जाने के लिए लाई गई है। अभी एक थार केदारनाथ पहुंची है जबकि एक अन्य थार शनिवार को पहुंचेगी।
केदारनाथ धाम में चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए निर्माण कार्यों के लिए जेसीबी,पोकलैंड मशीन जैसी हैवी मशीनरी पहुंचाई जाती रही हैं। लेकिन शुक्रवार को वायुसेना का चिनूक विमान महिंद्रा थार लेकर हेलीपैड पर उतरा तो लोग हैरत में पड़ गए। महिंद्रा थार ऐसयूबी कार को हेलीपैड से मंदिर के निकट पहुंचाया गया। यहां बदरी-केदार मंदिर समिति के पुजारियों, वेदपाठियों ने थार कार की विधिवत पूजा-अर्चना की।
दरअसल पर्यटन विभाग ने केदारनाथ धाम में दिव्यांग, बुजुर्ग या बीमार श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए दो थार और तीन गोल्फ कार्ट स्वीकृत किए हैं। इनके जरिए हेलीपैड या बेस कैंप से बीमार या दिव्यांग श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर तक लाया जाएगा। इसी के तहत पहली थार को लेकर वायुसेना का चिनूक हेलीकाप्टर गौचर हवाई पट्टी से केदारनाथ धाम पहुंचा।शनिवार को दूसरी थार एसयूवी कार धाम पहुंचाई जायेगी। इसके अलावा धाम में तीन गोल्फ कार्ट भी भेजे जाएंगे। ये वाहन हेलीपैड, बेस कैंप, वीआईपी हेलीपैड, आस्था पथ आदि पर आवाजाही करेंगे ये वाहन बीमार, बुजुर्ग, विकलांग, दिव्यांग आदि यात्रियों की सहायता करेंगे।
जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि धाम में यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिये महिंद्रा के दो थार वाहन केदारनाथ पहुंचाए जा रहे हैं। यह वाहन बीमार, बुजुर्ग, विकलांग आदि तीर्थ यात्रियों की सहायता करेंगे. उन्हें हेलीपैड, बेस कैंप आदि स्थानों से मंदिर तक लाने और छोड़ने का कार्य करेंगे।