स्व0 सोबन सिंह जीना की 115 वीं जंयती उनके पैतृक गांव सुनौली ताकुला में धूमधाम से मनायी गयी। इस अवसर उपस्थित लोगों द्वारा स्व0 जीना की प्रतिमा पर फूलमाला अर्पित करते हुये उनको याद किया।

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इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सांसद प्रतिनिधि/भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश बहुगुणा ने उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण करते हुये कहा कि स्व0 जीना ने गॉव-गॉव घूमकर शैक्षिक विकास के लिए कार्य किया और आजादी के बाद उत्तराखण्ड की राजनीति में सोबन सिंह जीना एक प्रभावशाली राजनैतिक ताकत के रूप में उभरे। उन्होंने कहा कि पर्वतीय विकास मंत्री के रूप में उन्होंने काम किया जिसका लाभ सुदूर अंचलों तक मिला। स्व0 जीना अपने लम्बे राजनैतिक तथा सामाजिक जीवन में अपनी सौम्यता, मृदभाषिता, स्पष्टवादिता, समाजसेवा के लिए जाने जाते रहे। स्व0 जीना एक महान कानूनविद् के साथ-साथ शिक्षाविद् थे।

उन्होंने कहा कि स्व0 जीना विकास के मुख्य सूत्र धार रहे हमें उनके बताये गये मार्ग को अपनना चाहिये। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सांसद अजय टम्टा से आज दूरभाष पर हुई वार्ता के दौरान मा0 सांसद द्वारा कहा कि सोबन सिंह जीना वाचनालय सुनौली को नियमानुसार 02.00 लाख रू0 पुस्तकों हेतु दिये जाने की घोषणा की है। इस अवसर पर स्व0 सोबन सिंह जीना कल्याण समिति के अध्यक्ष गोविन्द सिंह चौहान ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुये कहा कि स्व0 जीना महान व्यक्तित्व के धनी थे।

उन्होंनेशिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर समिति के अनेक पदाधिकारियों ने स्व0 जीना के व्यक्तित्व पर प्रकाष डालते हुये उनके द्वारा किये गये विकास कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर स्व0 जीना के परिवारिक सदस्यों को षॉल उढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में रा0इ0का सुनौली के 10वीं और 12वीं के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मा0 विधायक प्रतिनिधि भुवन जोषी, महामंत्री भाजपा धर्मेन्द्र बिष्ट, स्व- श्री सोबन सिंह जीना स्मृति कल्याण समिति सुनोली के उपाध्यक्ष जगदीश पंत, सचिव भूघर नारायण सिंह भाकुनी, कोषाध्यक्ष प्रदीप नगरकोटी, स्व जीना की पौत्रबधु ममता जीना, श्रीमती मुन्नी जीना, हंसी जीना, क्षेत्र पंचायत सदस्य पूजा भाकुनी, ग्राम प्रधान मीना देवी, तहसीलदार कुलदीप सिंह, अरविन्द सिंह, जगदीष डंगवाल, तारा नेगी, करम सिंह भाकुनी सहित समस्त क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व स्थानीय लोग उपस्थित थे।

इस अवसर पर समिति के सभी सदस्यों ने स्व0 सोबन सिंह जीना की जंयती को राजकीय मेला घोषित किये जाने पर प्रदेष के मा0 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्या का सादर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक दलों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।अल्मोड़ा मुख्यालय में भीस्व शोभन सिंह जीना की 114 वीं जयन्ती पर आज रैमजे इण्टरमीड़िएट कालेज के सभागार में उन्हें भावभीनी श्रद्धांन्जली दी गई कार्यक्रम मुख्य अतिथि केन्द्रिय सह मन्त्री बिश्व हिन्दु परिषद , स्नेह पाल जी , पालिकाध्यक्ष ,प्रकाश चन्द्र जोशी , एस एस जे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जगत सिंह बिष्ट ,अमिता जीना , शेखर लखचौरा , पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान की उपस्थिति मे सम्पन्न हुवा , मन्चासीन अतिथियों के साथ ही गण्यमान्य लोगों ने स्व शोभनसिह जीना के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धान्जली दी ,, तथा कर्मयोगी शोभन सिंह जीना जी दातब्य न्यास द्वारा प्रकाशित पुस्तक कर्मयोगी महापुरुष शोभन सिंह जीना का विमोचन किया गया ।

आज के कार्यक्रम में न्यास के संस्थापक गोविन्द भण्ड़ारी ने मन्चासीन अतिथियों तथा पदाधिकारियों की उपस्तिथि मे कुलपति एस एस जे विश्वविद्यालय प्रो जगत सिह बिष्ट व व विश्व हिन्दु परिषद के केन्द्रय सहमन्त्री स्नेह पाल सिंह को जीना अवार्ड से सम्मानित किया गया । इस कार्यक्रम का संचालन करते हुवे डा बी डी एस नेगी ने स्व शोभन सिंह जीना के ब्यक्तित्व पर ब्यापक प्रकाश डालते हुवे कहा कि वे अल्मोड़ा महाविद्यालय के आजीवन प्रबन्धक रहे , पर्वतीय विकास मन्त्री के रूप मे उनका कार्य बहुत ही सराहनीय रहे , उत्तराखण्ड़ राज्य आवश्यकता को बी जे पी के केन्द्रिय नेतृत्व को मनाने मे उनका योगदान था ।

वे राजधानी गैरसैण के प्रवल पक्षधर रहें , कार्यक्रम संयोजक उत्तराखण्ड़ अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष गोविन्द भण्ड़ारी ने उत्तराखण्ड़ के राज्य व गैरसैण राजधानी के औचित्य पर ब्यापक प्रकाश डाला उन्होंनें कहा कि उत्तराखण्ड़ के महान नेता स्व शोभन सिंह जीना ,ने अल्मोड़ा को अपना कार्यक्षेत्र बनाया ,तथा स्व अम्बादत्त पन्त , मोहन लाल वर्मा , नीलाम्बर जोशी , आदि के सहयोग से स्व राम प्रसाद टम्टा द्वारा दान मे दिये गये भवन मे अल्मोड़ा इण्टर कालेज की स्थापना की , जो महाविद्यालय तक आगे बढाया गया , राजनीति मे सत्ता व विपक्ष के सर्व मान्य नेता थे , उत्तराखण्ड़ राज्य की परिकल्पना में स्व जीना गैरसैण राजधानी के पक्षधर थे ,किन्तु राज्य में आज भी पहाडों की हालत में कोई अमूल -चूल बदलाव नही आया , । कार्यक्रम मे मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया , ।जिसमें , हाईस्कूल व इण्टर मे पढने वाले छात्र सम्मलित रहे जिसमें रैमजे से मुकुल आर्या , विज्य बगडवाल , जी जी आई ली से गीतान्जली बिष्ट , दीपिका बिष्ट ,विवेकानन्द इन्टर कालेज रानीधारा से कैलाश चन्द्र पाण्ड़े ,धिरेन्द्र कुमार जोशी , अल्मोड़ा इन्टर कालेज अल्मोड़ा से ललित बिष्ट , योगेश विष्ट , ग्रीन फिल्ड़ इण्टर कालेज भूमिका भाकुनी , यश फर्तयाल , शारदा पब्लिक स्कूल से कृतिका पाण्ड़े ,हर्ष शर्मा , होली एजिल से कौशल पाण्ड़े , तन्मय कुमार , एडम्स गर्ल्स स्कूल से कु अन्जली आर्या , कृतिका टम्टा, कुर्मान्चल एकेडमी इण्चर में ,दिब्यांश भैसोड़ा , निकिता भट्ट दशवी में , नकुल पाण्ड़े मैत्रेयी पुरोहित , महर्षि विद्या मन्दिर शालिनी विष्ट सागर सिह बोरा , को सम्मानित किया गया ।

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