हल्द्वानी। अमीर लोग गरीबों का हक मारने से पीछे नहीं हट रहे हैं। कई लोग सरकारी नौकरी में हैं या उनके बच्चे कंपनियों में अच्छे खासे पैकेज में हैं, मगर उन्होंने भी गरीबों का बनने वाला सफेद राशन कार्ड बना रखा है।
ऐसे में पात्र गरीब सरकार की योजना का लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं और अमीर गरीबों का हक मार रहे हैं।जिला पूर्ति विभाग की जांच में ऐसे कई मामले पकड़ में आए हैं। पूर्ति विभाग की जांच में जग्गीबंगर हल्दूचैड़ क्षेत्र में सात ऐसे मामले सामने आए हैं। इनके अलावा 80 मामले विभाग की ऐसे भी पकड़ में आए हैं जो सरकारी कर्मचारी होने के बाद भी सफेद कार्ड बनवाकर राशन ले रहे हैं।
यही कारण है कि पात्र परिवारों को राष्ट्रीय खाद्य योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यही वजह है कि जिले में करीब छह हजार पात्र लोगों के राशन कार्ड नहीं बन पा रहे हैं।एआरओ गिरीश जोशी ने बताया कि करीब सात ऐसे लोग सामने आए हैं. जिनके परिवार का सदस्य विदेश में एक नौकरी करता है। वे राष्ट्रीय खाद्य योजना का कार्ड बनवाए बैठे हैं। इस मामले में सरकारी स्कूल के शिक्षक, कर्मचारी भी सामने आए हैं। एक दो दिन में जांच पूरी हो जाएगी। इसके बाद अपात्र व्यक्तियों के राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे। इनसे वसूली भी की जाएगी।