(क्षेत्र वासियों को पर्यटन विकास व रोजगार की जानकारी दी।)
21 सैनिकों की भारतीय सेना की अभियान टीम हर्षिल घाटी पहुंची, जहाँ उन्होंने जधुंगा गांव में पर्यटन को बढ़ावा देने और गांववासियों के पुनर्वास के मिशन की शुरुआत की। इस दौरे के दौरान, टीम ने स्थानीय अधिकारियों और समुदायों के साथ बातचीत की, जिससे भारतीय सेना और गढ़वाल क्षेत्र के लोगों के बीच गहरे संबंध और मजबूत हुए।
टीम ने उत्तरकाशी के उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) के साथ एक उत्पादक बैठक की, जिसमें गढ़वाल सेक्टर में पर्यटन को बढ़ावा देने की परिवर्तनकारी थीम से जुड़े चल रहे पहलों पर चर्चा की गई। इस यात्रा ने यह भी उजागर किया कि भारतीय सेना ने राहत अभियानों के दौरान महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है, जिससे स्थानीय जनसंख्या के साथ संबंध मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।जधुंगा गांव में, टीम ने स्थानीय जाड़ भोटिया समुदाय के साथ बातचीत की और भाईचारे और सांस्कृतिक एकता की भावना को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने गांववासियों को अपनी पैतृक भूमि पर समृद्ध बौद्ध परंपराओं को फिर से स्थापित करने के लिए प्रेरित किया, जो ऐतिहासिक रूप से इस घाटी में फली-फूली हैं। यह पहल पलायन को रोकने और क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।
टीम ने प्रतिष्ठित गंगोत्री धाम का भी दौरा किया, जहाँ उन्होंने गढ़वाल की सांस्कृतिक धरोहर और संपत्तियों का प्रचार किया। इसके अतिरिक्त, टीम ने वीपीएस गवर्नमेंट इंटर कॉलेज का दौरा भी किया, जहां उन्होंने नई पीढ़ी को प्रेरित किया और स्थानीय परंपराओं को संरक्षित रखने के महत्व पर जोर दिया।