एलएसएम परिसर मेंआयोजित हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में प्रोफेसर चंद्र दत्त सूंठा ( निदेशक उच्च शिक्षा), प्रोफेसर नरेंद्र सिंह भंडारी (पूर्व कुलपति,एस एस जीना विश्वविद्यालय), डॉ पुष्कर सिंह विष्ट (प्राचार्य एलएसएम जी पी जी सी), एलएसएम परिसर के निदेशक डा हेमचंद्र पांडे,डा धर्मेंद्र कुमार उपाध्याय,डा अरूण कुमार चतुर्वेदी आदि अतिथियों ने पुस्तक का लोकार्पण किया।

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इस राष्ट्रीय सेमिनार में देश के विभिन्न स्थानों से आये अकादेमिक सदस्यों की उपस्थिति में “कुमाऊनी संस्कृति-लोक कला के विविध आयाम”पुस्तक का विमोचन हुआ। इस पुस्तक की संपादक प्रोफेसर सरोज वर्मा हैं जो शिक्षा जगत में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

साथ ही पुस्तक का सह संपादन डा पुष्कर सिंह बिष्ट ने किया है। डॉ बिष्ट भी शिक्षा जगत में अपना योगदान दे रहे हैं। दोनों ही विद्वानों ने पुस्तक के संबंध में कहा कि पुस्तक में हमने पारंपरिक समाज, सांस्कृतिक धरोहर, सांस्कृतिक मूल्य, परम्परा, समाज, इतिहास, आर्थिक स्थिति एवं धार्मिक स्वरूपों से संबंधित विषयों पर आलेखों के माध्यम से दृष्टि केंद्रित की है।

जो अपने राष्ट्र की गौरवशाली परंपराओं और संस्कृति के संरक्षण में अपना योगदान देगी। साथ ही आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करेगी। पुस्तक विमोचन के अवसर पर विद्वानों, शिक्षकों आदि ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए बधाइयाँ दी हैं।

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