(कैंची धाम में घंटों तक जाम, जागेश्वर धाम भी अब अछूता नहीं, नैनीताल के लिए सब जानते ही है।) कुमाऊँ में अब पर्यटक का सीजन चालू होने वाला है। विश्व के पर्यटन के मानचित्र में नैनीताल, कौसानी, रानीखेत, आदि कैलाश, आदि तो पहले से है। धार्मिक आस्था को ले नीब करोरी महाराज के कैंची धाम, जागेश्वर धाम के महत्व, श्रृदाँ, व मान्यता के विषय में कुछ कहना सूर्य को दिया दिखाना होगा। कैंची धाम में तो नीब करोरी महाराज के आश्रम में भक्त जन वर्ष भर आते है।

Advertisement

पहले जाम व पार्किंग के लिए सरोवर नगरी नैनीताल में ही समस्या देखने को मिलती थी, अब कैंचीधाम भी इस समस्या से अछूता नहीं रह गया है। घंटों तक जाम पार्किग समस्या आम हो गया है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है तथा जाम से यात्रियों की रेल व बस भी हल्द्वानी काठगोदाम से छूटने की स्थिति प्रबल हो जा रही है। विगत १५जून को प्रदेश मुख्य मंत्री धामी ने कैची धाम को अनेक घोषणा की पर धरातल पर इंतजार है। इस बदहाली से कैंची धाम के आस पास के भवाली, खेरना, गरमपानी के आसपास के दुकानदार भी प्रभावित हो रहे है।

सौभाग्य है अल्मोडा़ के जागेश्वर धाम को भी अब विश्व पर्यटन मानचित्र में काफी पहचान मिल रही है तथा सरकार भी इस क्षेत्र को विकसित कर रही है, बढ़ती लोकप्रियता से जागेश्वर धाम में भी पार्किग,रात्रिविश्राम, व जाम की समस्या में काफी इजाफा हो रहा है। देखिये विडियो। अब इन समस्याओं का कैसे समाधान हो धरातल पर ठोस व व्यवहारिक योजनाएं बनाये जाने की तथा उनको क्रियान्वित कराना नितांत आवश्यक है।

Advertisement
Ad Ad Ad
Advertisement
Advertisement
Advertisement