इस दौरान उन्होंने कहा कि विगत दिनों उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना के मंत्री स्तरीय बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और बैठक में 84 देशों ने प्रतिभाग किया, उन्होंने कहा कि शांति सेना की 75वीं वर्षगांठ व संयोग से भारत भी अपना अपना 75 साल का अमृत महोत्सव मना रहा है। 84 देश की इस बैठक में सिर्फ गिने चुने देशों को बोलने का अवसर मिला जिसमें से भारत को भी बोलने का अवसर मिला।

भारत के प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व कर रहे केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने यूएनओ की शांति सेना के वर्षगांठ के मौके पर कहा कि भारत सबसे बड़ा सेना भेजने वाला देश है उन्होंने अभी तक दो लाख 75 हजार सेनाए शांति मिशन में भेजी है। तथा जिसमें आज तक 170 सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। पहली बार भारत 2007 से 2016 तक ऑल फीमेल पुलिस यूनिट (संपूर्ण महिला दल) वाला देश बना।

जिसे शांति मिशन हेतु पूर्ण रूप से लाइबेरिया भेजा और शांति मिशन के प्रति दुनिया ने जो भारत के प्रति जो सुखद प्रतिक्रिया दी है उनको भी श्री भट्ट ने अपने भाषण में बताया। उन्होंने कहा कि शांति सैनिकों को प्रशिक्षण देने के लिए भारत में एक प्रशिक्षण केंद्र है।

जिसके द्वारा भारत के सैनिकों के अलावा 90 देशों की सैनिकों को हमने शांति सेना हेतु प्रशिक्षित किया है और लगातार प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह नैनीताल और उधम सिंह नगर की समस्त क्षेत्रीय जनता का हार्दिक आभार एवं धन्यवाद करते है जिनकी बदौलत आज उन्हें घाना साउथ अफ्रीका में संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में जाने का अवसर प्राप्त हुआ।

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