( आप भी दिजिए देशवासियों को हिंदी दिवस की बधाई)

Advertisement
मीनू जोशी


हिंदी तुम सिर्फ भाषा नहीं……
– मीनू जोशी
हिंदी,
तुम सिर्फ भाषा नहीं,
  संपूर्ण जीवन हो।
   अंतर्मन का अनहद नाद,
    अस्तित्व की गाथा हो।
     कल्पना की उड़ान,
      अलौकिक अनुभूति,
       भ्रांतियों से परे,
        सहज, विनम्र, शालीन,
        आचरण की अभिव्यक्ति।
         अतीत व भविष्य की सेतु,
         लोकजीवन की शक्ति हो।

   हिंदी,
    तुम ही से अनुभूत हुए हैं,
     सुख और दुःख।
      आनंद और विषाद,
       संयोग और विरह,
        प्रकृति की सुंदरता,
        नदियों का निनाद ,
        जीवन का स्पंदन,
         पीड़ित हृदय का आर्तनाद।
             
  फिर कैसे  दूं तुम्हे
   विशेष दिवस का बंधन,
   राष्ट्र व मातृ भाषा का आबंटन।
     दे पाई हूं ,
      बस भावपूर्ण अभिनन्दन।
       हिंदी तुम्हें –
          शत- शत प्रणाम ।
             शत – शत वंदन।
                       —-*—–      
      

मीनाक्षी अग्रवाल

    “सुहागिन के माथे का श्रृंगार है बिंदी।
देश की भाषा का श्रृंगार है हिन्दी “
स्मृति शेष डाक्टर मीनाक्षी अग्रवाल
( भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा आयोजित हिंदी दिवस पखवाड़े में आयोजित स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान विजेता, फाइल मीनाक्षी)

Advertisement
Ad Ad Ad