अल्मोड़ा। जागेश्वर धाम में श्रावणी मेले के लिए व्यवस्थाएं तेज हो गई हैं। मेले को लेकर शनिवार को गरुड़ाबाज तहसील में एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने जिला स्तरीय अधिकारियों और मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर मेले की तैयारियों को लेकर चर्चा की।

एसडीएम ने ऊर्जा निगम के ईई को निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र में बिजली व्यवस्था दुरुस्त करें। साथ ही झूलते तारों को जल्द से जल्द व्यवस्थित करें। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों से मेला क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति निर्बाध रखते हुए चिन्हित स्थानों पर स्टैंड पोस्ट बनाने के कहा। साथ ही पेयजल टैंकर भी मेला क्षेत्र में तैनात रखने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंचायत को मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने, अस्थायी शौचालय बनाने और कीटनाशक छिड़काव करने के निर्देश दिए। 

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को मंदिर परिसर में बारिश से बचाव के लिए टैंट लगाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग को मेले में अस्थायी अस्पताल बनाने और पर्याप्त दवाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। पुलिस विभाग को पर्याप्त संख्या में पुलिस तैनात करने के निर्देश दिए।

31 अगस्त तक रहेंगी प्रशासन की व्यवस्थाएंइस बार श्रावण अधिमास है। इसके चलते श्रावणी मेला करीब 56 दिन चलेगा। पूर्व में मेला हरेला से 15 अगस्त तक चलता था। इसी के चलते इस बार प्रशासन की ओर से मेले की व्यवस्थाएं 31 जनवरी तक की जाएगी।

31 अगस्त तक रहेंगी प्रशासन की व्यवस्थाएं

इस बार श्रावण अधिमास है। इसके चलते श्रावणी मेला करीब 56 दिन चलेगा। पूर्व में मेला हरेला से 15 अगस्त तक चलता था। इसी के चलते इस बार प्रशासन की ओर से मेले की व्यवस्थाएं 31 जनवरी तक की जाएगी।🔹सीएम को दिया जाएगा उद्घाटन का न्यौताबैठक में तय हुआ कि श्रावणी मेले के उद्घाटन के लिए इस बार सीएम पुष्कर सिंह धामी, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, जिला प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या और सांसद अजय टम्टा को आमंत्रित किया जाएगा। इसके लिए मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का शिष्ट मंडल जल्द ही देहरादून रवाना होगा।

स्थानीय युवाओं को फड़ में मिलेगी 50 फीसदी छूटबैठक में मंदिर प्रबंधन समिति उपाध्यक्ष नवीन भट्ट ने स्थानीय युवाओं के रोजगार का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि मेले में में लगने वाली अस्थायी दुकानों में स्थानीय लोगों को वरीयता मिले। बाहरी की अपेक्षा स्थानीय लोगों को ए कैटेगिरी की दुकानें 50 फीसदी छूट में मिले। बैठक में उपाध्यक्ष का ये प्रस्ताव को सर्व सम्मति से पास हुआ

आरतोला पार्किंग से चलेगी शटल सेवाबैठक में तय हुआ कि मेले में आरतोला पार्किंग से शटल सेवा शुरू की जाएगी। बैठक में ये मामला सामने आया कि पर्यटक सीजन में शटल सेवा में लगे कुछ टैक्सी चालकों ने किराए में मनमानी की। तय हुआ कि मेले में शटल सेवा के लिए एक टिकट काउंटर खोला जाएगा। भक्त उसी काउंटर में टिकट शुल्क जमा करेंगे और नंबर में लगी टैक्सी में सवार होकर जागेश्वर की ओर प्रस्थान करेंगे। लौटते वक्त संबंधित टैक्सी चालक 10 मिनट डंडेश्वर मंदिर में रुकेंगे।

व्रतधारी खाएंगे छीने की खीरइस बार दुग्धसंघ की ओर से श्रावण में जागेश्वर धाम आने वाले भक्तों के लिए खास व्यवस्था की जा रही है। दुग्धसंघ के जीएम राजेश मेहता ने बताया कि मेले में व्रत रखने वाले भक्तों के लिए दुग्धसंघ की ओर से दुग्ध पार्लर में छीने की खीर मुहैय्या कराई जाएगी। इसके अलावा फ्लेवर्ड मिल्क, लस्सी, मिठाई, पनीर, दूध आदि दुग्ध उत्पाद भी उपलब्ध कराए जाएंगे। खास बात ये है कि मेले में भगवान शिव के अभिषेक के लिए दुग्धसंघ की ओर से बद्री गाय का शुद्ध दूध भी मिल्क पार्लर में मुहैया कराया जाएगा।

मेले में रात को हों सांस्कृतिक कार्यक्रमइस बार भी मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम दिन के वक्त कराने का निर्णय लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्व में श्रावणी मेले में संस्कृति विभाग की ओर से देश भर से कई सांस्कृतिक टीमें आया करती थी। तब रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ करते थे। रात के वक्त कार्यक्रम देखने के लिए श्रद्धालुओं के अलावा भारी संख्या मेंस्थानीय लोग भी पहुंचते थे।

ये रहे मौजूदबैठक में एसडीएम के अलावा तहसीलदार बरखा जलाल, उपाध्यक्ष नवीन भट्ट, पंडित नवीन चंद्र भट्ट, प्रबंधक ज्योत्सना पंत, जिला पंचायत सदस्य नंदन सिंह नेगी, ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख योगेश भट्ट, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राम प्रसाद, एएसआई के सीए नीरज मैठाणी, शुभम कर्ण, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष दयाल पांडेय मौजूद रहे।

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